श्री ललित सुरजन
ललित सुरजन देश के वरिष्ठ पत्रकार, शिक्षाविद्, लेखक, शांतिकर्मी और सामाजिक कार्यकर्ता थे। श्री सुरजन ने अप्रैल 1961 में जबलपुर से प्रशिक्षु पत्रकार के रूप में अपना पत्रकार जीवन प्रारंभ किया था। उन्होंने समाचार पत्र के संपादन, प्रबंधन तथा उत्पादन इन सभी में अनुभव हासिल किया। 1 जनवरी 1995 से वे देशबंधु पत्र समूह के प्रधान संपादक के रूप में कार्यरत थे। उन्होंने 1966 से 1969 के बीच कॉलेज विद्यार्थियों के लिये स्नातक नामक साहित्यिक पत्रिका का संपादन भी किया। 1969 में रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर के नवगठित पत्रकारिता विभाग के मानसेवी विभागाध्यक्ष का दायित्व भी 3 वर्ष तक निभाया। श्री सुरजन को 1977 में थामसन फाउण्डेशन, यू के की वरिष्ठ पत्रकार फेलोशिप के लिए चुना गया था।
ललित सुरजन एक जाने-माने शिक्षा शास्त्री भी रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, रायपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमेन 2006-2011, राष्ट्रीय साक्षरता मिशन तथा सर्वशिक्षा अभियान की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य, केन्द्रीय हिन्दी शिक्षण समिति के उपाध्यक्ष तथा अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद के सदस्य के रूप में अपनी सेवाएं दी हैं।
ललित सुरजन पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय, रायपुर की कार्यपरिषद (2000-2004 एवं 2010-2017), पं. सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यालय, बिलासपुर की कार्यपरिषद (2012-2015), कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर की विद्यापरिषद (2011-2014) माननीय राज्यपाल द्वारा मनोनीत सदस्य रहे हैं।
श्री सुरजन अखिल भारतीय शांति एवं एकजुटता संगठन के राष्ट्रीय स्तर पर अध्यक्षीय मंडल के सदस्य थे। उन्होंने भारतीय सांस्कृतिक निधि (इन्टैक) की कार्यकारिणी व शासी परिषद के सदस्य व छत्तीसगढ़ राज्य के संयोजक, छत्तीसगढ़ प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष जैसे अनेक पदों पर अपनी सेवाएं दी हैं।
एक लेखक के रूप में भी श्री सुरजन की पहचान राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर है। सन् 1960 से लेखन में सक्रिय रहते हुए उनके दो कविता संकलन एवं पाँच निबंध संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। उनकी रचनाओं का विभिन्न भाषाओं में अनुवाद भी हुआ है।
ललित सुरजन ने रोटरी इंटरनेशनल के डिस्ट्रिक्ट 3260 (उड़ीसा, छत्तीसगढ़, महाकौशल) के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर के रूप में भी सेवाएं दीं। रोटेरियन सुरजन को आर.आई. से बेस्ट गवर्नर का अवार्ड मिला तथा रोटरी फाउण्डेशन से उन्हें साइटेशन ऑफ मेरिट प्रदान किया गया। इसके अलावा उन्हें रोटरी सेवाओं के लिये अलग-अलग अवसरों पर सम्मानित किया गया।
उन्हें मीरा फाउंडेशन, इलाहाबाद द्वारा मीरा स्मृति सम्मान 2010 से अलंकृत किया गया था। 1977 में ही इंडियन जेसीज का ”वर्ष का व्यक्तित्व’’ सम्मान व 1984 में स्वामी प्रणवानंद जर्नलिज्म ट्रस्ट ऑफ इंडिया का श्रेष्ठ पत्रकारिता पुरस्कार मिला।
उन्होंने साहित्य, पत्रकारिता, विश्व शांति व सद्भाव के प्रयोजन से विश्व के अनेक देशों की यात्राएं की तथा अनेक अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलनों में सक्रिय व नेतृत्वकारी भूमिका निभाई।